भजन (Bhajan)

शंकर भगवान अराधना

शीश गंग अर्धग पार्वती, सदा विराजत कैलासी।नंदी भृंगी नृत्य करत हैं, धरत ध्यान सुखरासी॥शीतल मन्द सुगन्ध पवन, बह बैठे हैं

Read More...

श्री सीताराम स्तुति

शक्ति-शील-सौन्दर्य-सिन्धु तुम, दीन-बन्धु, करुणामय ।निर्बलके बल, प्रखर प्रभामय, त्रेताके  सूर्योदय ।।नील कमल-सा वर्ण तुम्हारा, नयन सरोज लजाते ।सीता माता-सहित हृदयमें,

Read More...

प्रभु हनुमंतहि कहा बुझाई। श्रीरामचरितमानस- लंकाकाण्ड ।।

  चौपाई-प्रभु हनुमंतहि कहा बुझाई।धरि बटु रूप अवधपुर जाई।। भरतहि कुसल हमारि सुनाएहु।समाचार लै तुम्ह चलि आएहु।। तुरत पवनसुत गवनत

Read More...

दशरथ के घर जन्मे राम

दशरथ के घर जन्मे रामओ मंगल भवन अमंगल हारी,द्रवहु सु दशरथ अजर बिहारी,राम सिया राम सिया राम जय जय राम……

Read More...