
थारो सुंदरियों यो शृंगार दाती मंडो हरे
थारो सुंदरियों यो शृंगार दाती मंडो हरे, मंडो हरे माहरो मंडो हरे, थारो सुंदरियों यो शृंगार दाती मंडो हरे, वेश
थारो सुंदरियों यो शृंगार दाती मंडो हरे, मंडो हरे माहरो मंडो हरे, थारो सुंदरियों यो शृंगार दाती मंडो हरे, वेश
कैसे करूँ तेरी पूजा भवानी, कैसे करूँ तेरी पूजा जल चढ़ाऊँ वो नहीं शुद्ध माँ वो मछली का जूठा भवानी,
हां मात मेरी पींघां झूह्टे, हो झुहटे सखियाँ नाल मात मेरी पींगा झूहटे, ओ सावन दी रुत आई सुहानी भवन
तेरे दर्शन करेंगे सारी रात मैयां जी अजे दिन न चड़े, दिल खोल के करागे गल बात, मैयां जी अजे
मैया तेरी ज्योत है पावन, मैया तेरी ज्योत है पावन, सूरज तारे चाँद सितारे है तुम से रोशन, मैया तेरी
माँ मैं तेरी कठपुलती तेरा हुकम भजाउ गी, तू डोर हिलाना मावड़ी मैं नाच दिखाऊ गी, मेरा वजूद कुछ नहीं
मैया आए नवरात्रे तेरी ज्योत जगाते आजा शेरावालिए आजा मेहरा वालिए तेरे दर पर खड़े हैं पुजारी तेरे दर्शन के
हूँ ता लेख बदल सूट माये, हूँ क्यों देर तू लाइ, अज कल करदियाँ उमरा लंगियाँ ने, पर तेरी कल
नैन खोल देख मैया भक्त की पुकार है, दीन दुखियाँ रे सारे आये तेरे द्वार है, सिंह की सवारी तेरी
मेरे घर भी आ जाना माँ हम जब भी तुझसे बुलाएंगे, दर्शन मुझको दे जाना माँ हम जब भी तुझे