
चलो चलो रे वैष्णो धाम संदेशो आयो रे
चलो चलो रे वैष्णो धाम संदेशो आयो रे, संदेशो आयो संदेशो आयो मेरी माँ ने भुलाया रे, चलो चलो रे

चलो चलो रे वैष्णो धाम संदेशो आयो रे, संदेशो आयो संदेशो आयो मेरी माँ ने भुलाया रे, चलो चलो रे

मेरी शेराँवाली वाली माँ कब आयेगी तूँ मेरी मेहराेंवाली कब आयेगी तूँ मेरी जोताँवाली माँ कब आयेगी तूँ चली आ

नाचत कुदत चलि आई माँ काली, खेलत कुदत चली आई माँ काली, कलकत्ता की महा मई काली, लट भिखराई आई

माँ दे दर उते भंगड़े पाउन संगता, गज गज के जैकारे लाउने संगता, माँ दे दर उते भंगड़े पाउन संगता,

मेवा लेजा रे ओ सेवा दे जा रे, खाली गया जो माँ के दर से बड़ी बदनामी होगी, जो भी

घर में पधारो लक्ष्मी मैया मेरे घर में पधारो, कष्ट निवारो लक्ष्मी मैया मेरे घर में पधारो, तुम रिद्धि वाली

मन में तुझे बसा के कर लेंगे हम बंद आँखे, पूजा करेंगे तेरी चरणों में रहेंगे तेरे, जब से पाया

मेरे अंगना में छाई बहार मेरे घर माँ आई, प्यारा लगने लगा संसार मेरे घर माँ आई, आज मुरादों का

लगे लंगर प्यारे मेरी मियाँ दे द्वारे, आओ रज रज खा लिये, माँ शेरावाली नु नच के मना लाई ये,

ओ मेरी झंडे वाली माँ करदी मेहरा वाली छा, देखो बचैया नु दर ते भुला रखदी, मईया बचैया च मेहरा