
सुनो कौन कौन आया गंगा किनारे
गंगा को करे गंदा जितने कुल हमारे तारे, सुनो कौन कौन आया गंगा किनारा, त्रेता में श्री राम जी आये

गंगा को करे गंदा जितने कुल हमारे तारे, सुनो कौन कौन आया गंगा किनारा, त्रेता में श्री राम जी आये

ओ मावा जीओन जिह्ना दियां जग ते , जनत आप तुर घर आवे, ओ मावा थी सरदारी दो जग अंदर,

मैं ते हो गया जोगी, दुनिया तो बेगाना होया, मैं हु तेरा योगी, मैं ते हो गया जोगी, जोगी बन

कोई आया कला कोई नाल परिवार दे, असी भी ता चल आये माँ दे दरबार ते, रेह्न्दी ना कोई थोड

माँ काली से सच्ची प्रीत लगा के देख ले, तेरा काट देगी संकट भेट चढ़ा के देख ले, शुभ निशमन

मेरी शेरावाली माँ इब लावे ना देरी तेरे दर्शन करने को बेटी आई से तेरी तने आप कहा था यो

तू झंडियावाली दाती है मेरी अर्जी इक मंजूर करो, मुझे रखलो अपने चरणों में इक पल न माये दूर करो,

माँ मेरे घर आई रे मैं तो माँ को मनाऊ, माँ को मनाऊ मैं तो ज्योति जगाउ, ज्योति जगाउ मैं

हो गिन गिन के दसा मैं केहड़े केहड़े मैया ने ता लखा तारे ने, मैया ने ता लखा तारे ने

आवेगी भावना वाली मारी जा अवाजा मारी जा, आवेगी शेरावाली मारी जा आवाजा मारी जा, पलका नु बना ले पोकर