
जय राम सोभा धाम, दायक प्रनत बिश्राम
।। इन्द्रकृत श्रीराम- स्तुति रामचरितमानस छंद-जय राम सोभा धाम, दायक प्रनत बिश्राम।।धृत त्रोन बर सर चाप, भुजदंड प्रबल प्रताप।।जय दूषनारि

।। इन्द्रकृत श्रीराम- स्तुति रामचरितमानस छंद-जय राम सोभा धाम, दायक प्रनत बिश्राम।।धृत त्रोन बर सर चाप, भुजदंड प्रबल प्रताप।।जय दूषनारि

एवमस्तु कहि रघुकुलनायक। बोले बचन परम सुखदायक॥सुनु बायस तैं सहज सयाना। काहे न मागसि अस बरदाना॥॥एवमस्तु’ (ऐसा ही हो) कहकर

सजी अयोध्या अवसर आया मंदिर के निर्माण कापरम पुजनीय धाम का मै सेवक श्री राम कासुरय वंश का सोरय दिखातासरयू

।। नमो राघवाय ।। कहहु नाथ सुंदर दोउ बालक।मुनिकुल तिलक कि नृपकुल पालक।। ब्रह्म जो निगम नेति कहि गावा।उभय बेष

गयान बिबेक बिरति बिग्याना। मुनि दुर्लभ गुन जे जग नाना॥आजु देउं सब संसय नाहीं। मागु जो तोहि भाव मन माहीं॥॥

अवध में हो रही जय जयकारदेख के राम लैला को तन मन हर्ष अपार अवध में हो रही जय जयकारशुभ

प्रभु राम की महिमा भारी, राम नाम की धुन में, डूबा जग सारा, जय श्री राम, जय श्री राम, गूंजे

भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा पर सन्त महात्मा प्रात ध्यान लगाएगेध्यान में प्रभु श्री राम के बाल रूप के हदय

22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा हो रहीमंत्र ध्वनि से प्राण प्रतिष्ठा होगीप्रभु राम की अयोध्या धाम में देखो आये भगवान

राम राम राम श्री राम रामचलो अयोध्या नगरी श्री राम वंहा विराजे हैश्री राम मंदिर में राम लक्ष्मण सीता विराजे