
तेरे आंखों के दरिया का ,
तेरे आंखों के दरिया का ,उतरना भी जरूरी था,मोहब्बत भी ज़रूरी थी,बिछड़ना भी ज़रूरी था । सब ज़रूरी है,निश्चित है,ज़रूरी

तेरे आंखों के दरिया का ,उतरना भी जरूरी था,मोहब्बत भी ज़रूरी थी,बिछड़ना भी ज़रूरी था । सब ज़रूरी है,निश्चित है,ज़रूरी

हमें कुछ दो न दो भगवन ! कृपा की डोर दे देनातुम्हारी हो जिधर चर्चा , हृदय उस ओर दे

सर्वज्ञ, तृप्त, परिपूर्ण, निस्पृह करता है तुम्हारा सामीप्य सांवरेमैं पृथ्वीलोक से उठकर कर आती हूं परिक्रमासत्यलोक, क्षमालोक और शुचिलोक तक

प्रीत का गीत [राधा -कृष्ण ]राधा कृष्णा को पल पल पुकारेयादो के पल वो लगते हैं प्यारेझुकी झुकी यह पलके.
अस्य श्री अर्गला स्तोत्र मंत्रस्य विष्णुः ऋषिः। अनुष्टुप्छंदः। श्री महालक्षीर्देवता। मंत्रोदिता देव्योबीजं। नवार्णो मंत्र शक्तिः। श्री सप्तशती मंत्रस्तत्वं श्री जगदंदा

चिंता छोङ दे रे इंसान,तेरे रक्षक है भगवान,श्याम श्याम राधे श्याम,राधे राधे राधे श्याम ! पल-पल ये है ध्यान रखते,कदम-कदम

अजब तेरी रघुराई गजब तेरी है मायाजीवन बीत गया तुझको ना समझ पायाअजब तेरी रघुराई गजब तेरी है माया पंचभूतो

मोहे प्रेम का अमृत पिला दो प्रभु जीवन नैया डगमग डोले, व्याकुल मनवा पी पी बोले । इस नैया को

श्याम ने सुना दे तेरे मन की बातादेर भले है अंधेर नहीं हैखबर सै की लेवे सदा आता जाताश्याम ने

बसाले श्याम मुझे अधरों पर तो बंशी बन मै बजती रहुं।लगु तेरे होठों से तो मै प्रेम रस पीती रहुं।अगर