
करुणा निधान संवारा रखता मेरी खबर,
करुणा निधान संवारा रखता मेरी खबर,हर पल सहारा श्याम का मैं क्यों करू फ़िक्र, क्या क्या ये दे रहा मुझे

करुणा निधान संवारा रखता मेरी खबर,हर पल सहारा श्याम का मैं क्यों करू फ़िक्र, क्या क्या ये दे रहा मुझे

आज मेरे घर आना भक्तों आज मेरे घर कीर्तन है,आज मेरे घर आना भक्तों आज मेरे घर कीर्तन है।। नींद

हे आराध्या राधा ! मेरे मनका तुझमें नित्य निवास।तेरे ही दर्शन कारण मैं करता हूँ गोकुलमें वास॥ तेरा ही रस-तत्त्व

प्यारी ……वृंदावन रज दीजे!!अति भोरी मम प्राण लाड़ली,भोरी दासी पे रीझे!!एक भरोसो एक आस अब ,, चरणन मे रख लीजे!!

लल्ला की सुन के मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई, कान्हा की सुनके मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई, लाला

कहां छुप गए भाव स्नेह के, मेरा सूना हुआ संसार,सुख गए सब श्रोत स्नेह के,मेरे अंता स्थल का प्यार,ऐसे दीन

लाड़ली तुम सो ही भाग हमारो!!करुणानिधि स्वामिनी बिनु , ओर न अपनो किनारों! संग मिले जब जब तेरो,, हिय बीच

।। जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता। गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता।। पालन सुर धरनी अद्भुत

बीता समय हाथ नहीं आये,सोच समझ अज्ञानीथोडी बची है तेरी जिंदगानी।। गर्भमास में कौल किया,तूने सारी सुध विसराई।कर्म रेख नहीं
बिगड़ी मेरी बना दो, दुःख दर्द सब मिटादो,दुःख सब के हरने वाले, मेरे बाबा खाटू वाले ।मेरे श्याम भोले भाले,