
खाटू चली खाटू चली देखो खाटू चली
खाटू चली खाटू चली देखो खाटू चली, छुक छुक रेल देखो खाटू चली, बिज़नेस को छोड़ लेकर ऑफिस से लीव,

खाटू चली खाटू चली देखो खाटू चली, छुक छुक रेल देखो खाटू चली, बिज़नेस को छोड़ लेकर ऑफिस से लीव,

तेरे भरोसे सँवारे हर काम हो रहा चुप चाप किया तूने मेरा नाम हो रहा, मर्जी चले जो तेरी चले

करता तुम्ही और कारण तुम्ही, करते तुम्ही और तारण तुम्ही, जीवन क्या राज समजा हु मैं समस्या तुम्ही और निवारण

माहरी नाइयाँ खेवट बाबो श्याम ख्वाइयो बाबा श्याम, भर पार उतर श्याम भल भर में, माहरी नाइयाँ खेवट बाबो श्याम

तेरे दर पे आना जाना सांवरे मेरा प्यार है तू, कुर्सी पर कोई भी बैठे मेरी तो सरकार है तू,

बांह पकड़ ले ओ सांवरिया जपु सदा तेरा नाम रे, श्याम सलोना सांवरिया मेरा खाटू वाला श्याम है, लिखा है

आयो फागण रंग रंगीलो नाचे मन को मोर, घर में मनड़ो नहीं लागे सांवरियो खींचे डोर छोड़ो छोड़ो सारा काम

मेरा खाटू वाला वो नीले घोड़े वाला इक श्याम बिना कोई ना हमारा हारे का ये ही सहारा ……… दुनिया

तेरा एक दीवाना आया है खाटू वाले तेरी नगरी में, ये जग से हार के आया है इक तेरा द्वारा

साथ मिला है तेरा जब से, सुदर गये हालत है, इतना करता मेरे लिए तू, मुझको खुद पर नाज़ है,