
शरण में आई हु सब कुछ हार के,
थक सी गई हु मैं जग को पुकार के, शरण में आई हु सब कुछ हार के, आँखों में नींद

थक सी गई हु मैं जग को पुकार के, शरण में आई हु सब कुछ हार के, आँखों में नींद

शयद मेरे लिए कुछ सोचा होगा किरपा तेरी मुझपे भी हो शयद, शयद मेरा ख्याल आये तुझको मेरी सुनेगा तू

मेंरे बाबा की स्माइल पे नाच लो रे मेरे श्याम की स्माइल पे नाच लो रे सवारे सेठ की स्माइल

घर पे ओ श्याम प्यारे तुम आते जाते रेहना, किस्मत सजाते रेहना खुशियां लुटाते रेहना, घर पे ओ श्याम प्यारे

सांवरिया सरकार सुनले मेरी दरकार भक्तों के पालनहार मैं तेरी जय जयकार करूँ बाबा तेरे चरण पडूँ ओ नीले घोड़े

कलयुग के अवतारी हमें तेरा सहारा है अपना ले या ठुकरा दे क्या ज़ोर हमारा है कलयुग के अवतारी ………..

आवो आवो जी खाटू का राजा श्याम आज माहरे कीर्तन में थारा भगत लगावे जय जय कार श्याम थारे कीर्तन

भक्ति भाव से बाबा मैं तुझको रिझाती हूँ कर दे कर दे मेहर तू करदे मैं ये फरियाद सुनती हूँ

मेरा श्याम दयालु है हारे का सहारा है है वो नाथ नाथों का डूबे का किनारा है मेरा श्याम दयालु

मैं उस दरबार का सेवक हु जिस दर की अमर कहानी है, मैं गर्व से जग में केहता हु मेरा