
अब तो बाबा सुन लो हम भगतो की दरकार
अब तो बाबा सुन लो हम भगतो की दरकार अब के जन्मदिन से पेहले तुम खोल देना दरबार हारे है

अब तो बाबा सुन लो हम भगतो की दरकार अब के जन्मदिन से पेहले तुम खोल देना दरबार हारे है

सारी दुनिया तेरी ऐ किरपा करो दाता एह अर्जी मेरी ऐ, बस भी करो दाता एह अर्जी मेरी ऐ, सोहना

बाबा तेरे सामने दीवाना बनाया मुझको बाबा तेरे नाम ने मुझको कन्हियाँ सब कुछ मिला है तेरी किरपा से जीवन

बात बताऊ अपनी जब से श्याम शरण में आया, जो न सोचा था सपने में वो सब याहा से पाया,

सुनी सुनाई बात नहीं अपना अनुभव बतलाता हूँ जबसे जुड़ा हूँ इस दरबार से बैठा मौज उड़ाता हूँ किस्मत वाला

बड़ा अच्छा लगता है खाटू वाला दिल लगाना तुझे रिझाना संवारे तुम ने ही तो दे दिया है बिन मांगे

कद तू आवेगों कद तू आवेगो, अधीर हुआ भगता ने कद तू धीर बंधावे गो कद तू आवेगों कद तू

आ गई ग्यारस की ये रात भजनो की है सोगात रंग बिरंगे फूलो से सजा बाबा का दरबार माखन मिश्री

जग में निराली प्रभु शान आप की सब को नही है प्रभु पहचान आप की जग में निराली प्रभु शान

धुन- क्या मिलिए ऐसे लोगों से इस बेदर्द ज़माने का, अब रहा मुझे एतबार नहीं l यार मेरा है श्याम