
खाटू में बाबा तेरो निराला धाम
खाटू में बाबा तेरो निराला धाम कलयुग में हारे को सहरो एक तेरो ही नाम खाटू में बाबा …………… राजस्थानी

खाटू में बाबा तेरो निराला धाम कलयुग में हारे को सहरो एक तेरो ही नाम खाटू में बाबा …………… राजस्थानी

श्याम सलोने सुनले पुकार मेरी सुनले पुकार दर्श दिखला दे मुझे आई हूँ तेरे द्वार श्याम सलोने …………….. मैं दुखिया

सज गयो सरकार देखो प्यारो है श्रृंगार के अमृत बरसेलो जी बरसेलो केसरियां है बागो तन पर मोर छड़ी

खाटू वाले श्याम तेरी याद आवे से रोम रोम बस मेरा योही गावे से, चरणों की ठोकर बाबा मेरे मार

म्हारे मनडेरो पंशी खाटू के कानी उडतो जावे है यो बाबा म्हारो टाबरिया सागे नाचे गावे है फगनियो आयो बाबो

बनके बावरी नाचूं रे मैं तो गली रे गली, बन के बाँवरी नाचूँ रै मैं तो गली रे गली, बाबा

तेरे दर पे आये श्याम तुझको मनाने, तेरे दीवाने हां तेरे दीवाने, प्रेमियों के दिल की बात श्याम तुही जाने,

महिमा कही ना जावे बाबा श्याम की याद घणेरी आवे खाटू धाम की ओ बाबा श्याम की खाटू धाम की

आया फागुन रंग रंगीला मोसम है छेल छबीला हर दिल में मस्ती छाई धरती और अम्बर गीला चले सनन सन

मेला फागन का लगता श्याम के दरबार के फागन मेले में आते भक्त हजार मेला फागुन का …. फागुन महिना