आनंद छाय रहे बरसाने,नित नित होवे मंगलचार।।
आनंद छाय रहे बरसाने,नित नित होवे मंगलचार।।ब्रजभूमि सब जग तें न्यारी, जन्म लियो जहां राधा प्यारी।अष्टसिद्ध शतकोट बसें जहां,वेद न
आनंद छाय रहे बरसाने,नित नित होवे मंगलचार।।ब्रजभूमि सब जग तें न्यारी, जन्म लियो जहां राधा प्यारी।अष्टसिद्ध शतकोट बसें जहां,वेद न
श्री गोपांगनाओं का आज का उल्लास जय जय श्री राधेमेरे गिनियो ना अपराध, लाड़ली श्री राधे, मेरे क्षमा करो अपराध
प्यारी जू की भौंहनि की सहज मरोर माँझ,गयौ है मरोरर्यौ मन मोहन कौ माई री ।ऐसैं प्रेम रस लीन तिलहू
बरसाना मिल गया है,मुझे और क्या कमी है,श्री जी भी तो मिलेगी,मुझको तो ये यकीं है,बरसाना मिल गया हैं,मुझे और
हे प्रेमरस से युक्त किशोरी जी! हे किशोर अवस्था वाली राधिके! हे प्रेमरस में सराबोर वृषभानुदुलारी! मेरे ऊपर भी कृपा
मेरे गिनियो ना अपराध, लाड़ली श्री राधे, मेरे क्षमा करो अपराध लाडली श्री राधे, मेरे गिनियों ना अपराध, लाडली श्री
मेरी बरसाने वारी प्यारी प्यारी प्यारी,मेरी ब्रजरस वारी भानुदुलारी॥रस बरसाने वारी बरसाने वारी,प्यारी प्यारी भोरी भारी भानुदुलारी।वारी वारी रँगीली महल
गयान बिबेक बिरति बिग्याना। मुनि दुर्लभ गुन जे जग नाना॥आजु देउं सब संसय नाहीं। मागु जो तोहि भाव मन माहीं॥॥
मेरे गिनियो ना अपराध, लाड़ली श्री राधे, मेरे क्षमा करो अपराध लाडली श्री राधे, माना कि मैं पतित बहुत हूँ,
मेरे गिनियो ना अपराध, लाड़ली श्री राधे, मेरे क्षमा करो अपराध लाडली श्री राधे, माना कि मैं पतित बहुत हूँ,