जै-जै-जै-जै कुँवरि किशोरी, श्रीराधा महारानी ।
जै-जै-जै-जै कुँवरि किशोरी, श्रीराधा महारानी ।सुनिये विनय रावरी श्यामा, महाकृपा की खानी ॥यदपि मैं यहि लायक नहिं तुम, सब लायक
जै-जै-जै-जै कुँवरि किशोरी, श्रीराधा महारानी ।सुनिये विनय रावरी श्यामा, महाकृपा की खानी ॥यदपि मैं यहि लायक नहिं तुम, सब लायक
ए दिल चल रे बरसानाजहाँ पर रहते है कान्हाबना के दिल का नजरानालुटा दूँ होकर दीवाना….!! सखी मै मयूर बन
राधा ढूंढ़ रही किसी ने मेरा श्याम देखा, श्याम देखा घनश्याम देखा, ओ बंसी बजाते हुए, ओ राधा तेरा श्याम
अब भज राधे राधे राधे ये ही काम आवैंगी – २ काम आवैंगी की भव से पार लगावैंगी – २
मुझे कृपा कर अपनाओ, किशोरी तेरौ कहा बिगड़े..तुम करुणा की खान किशोरी, नेक करुणा रस बरसाओ,जप तप संयम कछू ना
मुझे कृपा कर अपनाओ, किशोरी तेरौ कहा बिगड़े..तुम करुणा की खान किशोरी, नेक करुणा रस बरसाओ,जप तप संयम कछू ना
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ ।मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की जाई हूँ
पधारो राधा संग सरकार,खुले है मन मंदिर के द्वार ॥पधारो राधा संग सरकार॥ यमुना के तट पे मैं दोड़ी आऊ,तेरा
अपनी वाणी में अमृत घोलअपनी वाणी में अमृत घोलओ रसना राधे राधे बोलये बोल बड़े अनमोलये बोल बड़े अनमोलओ रसना
पर्दा ना करो पुजारी जी दिखने दो “राधा” प्यारी मेरे पास वक्त कम हैऔर बाते है ढेर सारी कहने दो