राम भजन (Ram Bhajan)

सीता लक्ष्मी स्तोत्रम्

ॐ श्रीरामजयम्। ॐ भूमिपुत्र्यै च विद्महे, रामपत्न्यै च धीमहि। तन्नः सीता प्रचोदयात्।। सीता श्रीरामसज्जाया सानन्दवाक्स्वरूपिणी।सा सम्पूर्णसुमाङ्गल्या ज्वलदग्निशुचिस्फुरा।।१।। मदम्बा श्रीमहालक्ष्मीर्मच्चित्तविलसत्प्रभा।क्षमागुण्यातिसान्त्वा मा

Read More...

जय जय सुरनायक जन सुखदायक

जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता।गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता।। पालन सुर धरनी अद्भुत करनी मरम

Read More...

घट माही राम

एक बार की बात है तुलसीदास जी सत्संग कर रहे थे अचानक वे मौज में बोलेघट में है सूझत नहीं

Read More...

राम नाम नित हृदय धरि

राम नाम नित हृदय धरि जपत रहै सिय राम।। नहिं मम बुद्धि,सबद नहिं,नहि हिय मोरे भाव।नहिं छमता,नहिं कवित‌ई, मातु चरन

Read More...