
कहहु नाथ सुंदर दोउ बालक।रामचरितमानस
।। नमो राघवाय ।। कहहु नाथ सुंदर दोउ बालक।मुनिकुल तिलक कि नृपकुल पालक।। ब्रह्म जो निगम नेति कहि गावा।उभय बेष

।। नमो राघवाय ।। कहहु नाथ सुंदर दोउ बालक।मुनिकुल तिलक कि नृपकुल पालक।। ब्रह्म जो निगम नेति कहि गावा।उभय बेष

अवध में हो रही जय जयकारदेख के राम लैला को तन मन हर्ष अपार अवध में हो रही जय जयकारशुभ

प्रभु राम की महिमा भारी, राम नाम की धुन में, डूबा जग सारा, जय श्री राम, जय श्री राम, गूंजे

भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा पर सन्त महात्मा प्रात ध्यान लगाएगेध्यान में प्रभु श्री राम के बाल रूप के हदय

22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा हो रहीमंत्र ध्वनि से प्राण प्रतिष्ठा होगीप्रभु राम की अयोध्या धाम में देखो आये भगवान

राम राम राम श्री राम रामचलो अयोध्या नगरी श्री राम वंहा विराजे हैश्री राम मंदिर में राम लक्ष्मण सीता विराजे

श्री राम जय जय राममंदिर बना है हुआ पुरा अधुरा कामअयोध्या नगरी पावन धाम विराजे मेरे प्रभु श्री राम 14

जिसके ह्रदय में राम नाम बंद है उसको हर घडी आनंद ही आनंद है लेकर सिर्फ राम नाम का सहारा

राम आएंगे तो ढोल मै बजाऊंगाराम भक्तों को वन्दन मै करूगा मेरे भारत के भाग अब खुल जाएंगे राम आएंगेपुरे

रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया। रघुकुल नंदन कब आवोगे, भीलनी की डगरिया। . मैं शबरी भिलनी की जाई,