तेरी मर्जी का मैं हूं गुलाम मेरे अलबेले राम
तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम ओ मेरे अलबेले राम, अलबेले राम मेरे मतवाले श्याम, जो भी करले हम है
तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम ओ मेरे अलबेले राम, अलबेले राम मेरे मतवाले श्याम, जो भी करले हम है
श्री राम मेरे अयोध्या आये घर घर दीप जलाए उजाला हो गया है अपने संग सिया को लाये मंद मंद
मेरे राम जी से राम राम कहियो रे, अयोध्या जाके कुछ दिन रहियो रे, राम किरपा से राम दर्श को
रामायण के हर पन्ने में लिखा राम का नाम रे, सीता माता धरा समा गयी व्याकुल है श्री राम रे,
राहों में नज़र रखना, होठों पे दुआ रखना आ जाये प्रभु शायद, दरवाज़ा खुला रखना भूलूँ ना कभी पल भर,
प्यारे राम के प्यारे,प्यारे राम के प्यारे, हो सिया राम के प्यारे हनुमान जी, मेरी विनती सुनो बाबा बजरंग बलि,
हर भगत को हम को जगाना है राजा राम की धुन पे नचाना है राम जन्म की वेला है आई
हो मेरी नैया में लक्ष्मण राम हे सरयू मैया धीरे बहो, उछल उछल मत मारो हिलकोरे, देखियो उछाल मेरो मनवा
तेरे नाम जपं का वेला के उठ के तू नाम जप ले, नाम जपले राम नाम जपले, तेरे नाम जपं
भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला, कौसल्या हितकारी। हरषित महतारी, मुनि मन हारी, अद्भुत रूप बिचारी॥ लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा, निज आयुध