साई राम साई श्याम
साई राम, साई श्याम साई राम, साई श्याम तू ही माता, तू ही पिता है तू ही तो है राधा
साई राम, साई श्याम साई राम, साई श्याम तू ही माता, तू ही पिता है तू ही तो है राधा
ओ प्रभु जी कोनी सुख पायो, रामा थारी भक्ति में औजी थारी भक्ति में रामा थारी भक्ति में मित्र सुदामा
राम मेरे राम प्रभु राम राजा राम ….. श्री राम मेरे घर आएंगे आएंगे प्रभु आएंगे मेरे राम मेरे घर
क्षमा करो तुम मेरे प्रभुजी, अब तक के सारे अपराध धो डालो तन की चादर को, लगे है उसमे जो
राम नाम बोलो भाई राम नाम बोलो, राम नाम जपो भाई राम नाम जपो, राम नाम जप हनुमान लंका पहुंचे,
जय सिया राम जय सिया राम, घर भीलनी के आगे राम कुटियाँ निकी जही, अपने राम को मैं कहा बिठाऊ,
तर्ज.. मिलो न तुम तो हम घबरायें बनेगा मन्दिर राम प्रभु का ,हम तुमको बतलायें फैसला हो गया है ,फैसला
हमें निज धर्म पर चलना बताती रोज रामायण, सदा शुभ आचरण करना सिखाती रोज रामायण, जिन्हें संसार सागर से उतर
जिसकी लागी रे लगन भगवान में, उसका दिया रे जलेगा तूफ़ान में जिसकी लागी रे लगन भगवान में, उसका दिया
अरि अवध में बाजै बधैया, कौशल्या के ललना भई, अरे नौमी तिथि अति शीत न घामा, कौशल्या के ललना भई