अवध में राम आये हैं
खुशी सबको मिली भारी अवध में राम आये है प्रभु श्री राम आये है , सिया के राम आये है
खुशी सबको मिली भारी अवध में राम आये है प्रभु श्री राम आये है , सिया के राम आये है
संतो सुरगा सु आग्यो सन्देश, बुलावो आग्यो राम को, ओ बुलावो आग्यो राम को, संतो सुरगा सु आग्यो सन्देश, बुलावो
सिया राम जी प्यारे राजधानी लागे, मोहे मिठो मिठो सरयू जी को पानी लागे धन्य कोशलेया धन्ये ककई धन्ये सुमित्रा
सीता राम सीता राम सीता राम, सीता राम सीता राम सीता राम, अरे कौशल्या के प्यारे राम दसरथ राज दुलारे
राम छवि है कितनी पियारी मोहित इनपर झनक दुलारी प्यारे राम मेरे राम जी सन्मुख खड़े है दशरथ लाला सीता
बरस रही है राम रस भक्ति लूटन वाले लूट रहे पाते हैं जो हरी के बंदे छूटन वाले छूट रहे
पांच सदी के इन्तजार को मिल कर हमे सजाना है, याहा जगत में राम पधारे उसी अयोध्या जाना है, याहा
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया । राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥ द्वारे पे उसके जाके कोई भी
राम गुण गाया नहीं, पितु मातु मन भाया नहीं, लायक हुआ तो क्या हुआ, गंगा नहाये प्रेम से, धोये धोय
बड़े भाग्य तूने बेरी के बेर पाए, तुझे चख चख के मेरे श्री राम खाए, जिस रस्ते से राम जी