आये है मेरे रघुनाथ
आये है मेरे रघुनाथ सुन भरत जब ये बात सियां राम लखन के साथ साथ, साथ हनुमान भी आये भरत
आये है मेरे रघुनाथ सुन भरत जब ये बात सियां राम लखन के साथ साथ, साथ हनुमान भी आये भरत
राम कहानी सुनो श्री राम कहानी, कहत सुनत अवि अखियां में पानी, राम कहानी सुनो श्री राम कहानी, दसरथ के
आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए त्रैलोक्य पूज्य है रामनाम शुभारंभ कीजिए सीताराम के जाप से पाप पूंज हो नष्ट जी लौकिक
कोयलिया बोली रे, अम्बुआ की डाल अपनो कोई नहींआ रे, बिना राम रघुनंदन अपना कोई नहींआ रे, बाग लगाए बगीचा
भजले मनवा सिया राम राम सारा दुखवा जिन्दगीया से कट जाए रे, राम नामवा में बांटे रे अमृत के याम
आरती श्री रामायण जी की कीरति कलित ललित सिय पी की। गावत ब्रह्मादिक मुनि नारद बाल्मीक विग्यान बिशारद। शुक सनकादि
राम सिया राम सिया राम जय जय राम, मंगल भवन अमंगल हारी द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी, राम सिया राम सिया
भगवा झंडा हाथ में लेकर अवध पूरी प्रस्थान करो राम लला के भगतो अब तो मंदिर का निर्माण करो वनवास
हाथ में भगवा झंडा मुख पे इक नाम, राम के भक्त बोले गे जय श्री राम, आगे आगे चले बजरंग
प्रभु मुझ अनाथ पर दया कीजिये आप अपने चरणों को धुला लीजिये मेरे घट आ गए है चरण को बढाईये