
अयोध्या चमक रही
प्रभु लौटे है लंका जीत अयोध्या चमक रही, राम जी आये है लंका जी अयोध्या चमक रही, चमक रही प्रभु

प्रभु लौटे है लंका जीत अयोध्या चमक रही, राम जी आये है लंका जी अयोध्या चमक रही, चमक रही प्रभु

आसमान में जितने सितारे उतने भगत राम ने तारे मेरे राम तो सब के पयारे करते वारे नयारे बोलो राम

सब ने तुम्हे पुकारा श्री राम जी देना हमे सहारा श्री राम जी, मेरे राम जी हो प्यारे राम जी

तू जल में तू थल में तू अगनी पवन में बीच समुन्दर हवा के अन्दर व्यापक मेरे राम मेरे राम

कलिओं मे राम मेरा, किरणों मे राम है। धरती गगन मे मेरे प्रभु का धाम है॥ कहाँ नहीं राम है…

शबरी की तरह भगवन मेरी कुटिया में पग रख दो, रूखे सूखे पकवानों को मेरे राम ग्रहन करलो, शबरी की

सभी देव देते दुनिया में पल्ला में झाड़ के, मेरे राम प्रभु देते है भाइयाँ छप्पड़ फाड़ के बात किसी

आएगा जब रे बुलावा हरी का छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा आएगा जब रे बुलावा हरी का छोड़ के

इक राम का नाम ही बन्दे, संग तुम्हारे जायेगा:- इक राम का नाम ही बन्दे, संग तुम्हारे जायेगा, इस धरा

शबरी निहारे रास्ता आएंगे राम जी मेरा भी धन्य जीवन बनायेगे राम जी आँखों से रोज अपने राहे बुहारती, काटे