राम जी की बूटी
हनुमत ओ राम जी की बूटी राम जी की बूंटी पीलादे एक घुंटी, हनुमत ओ पीलादे एक घुंटी सिया राम
हनुमत ओ राम जी की बूटी राम जी की बूंटी पीलादे एक घुंटी, हनुमत ओ पीलादे एक घुंटी सिया राम
राम नाम की चाभी ऐसी हर ताले को खोल दे, काम बनगे बिगड़े सारे,जय श्री राम बोलदे, बोलो राम राम
झूठ बराबर पाप नहीं छे ,साच बराबर तप कोन्या। राम नाम के नाम बराबर ,और दूसरा तप कोन्या। शप्तऋषि सा
बांटो बांटो मिठाई मनाओ ख़ुशी, मुँह मीठा करवाओ अवध वासियो, आज वन से अवध आ रहे है प्रभु, दीप माला
तेरे दर को छोड कर, किस दर जाऊँ मै सुनता मेरी कोन है, किसे सुनाऊं मै जब से याद भुलाई
सखा सब प्रेम से बोलो हरे रामा हरे रामा हरे रामा हरे रामा हरे रामा हरे रामा यही उपदेश शिव
राम जन्म पर भूमि पर जा कर घी के जीत जलाये गे, कलयुग के रावण अब बेह से अपनी खैर
मेरे राम जी मेनू सहारा तेरे नाम दा, श्री राम जी मेनू सहारा तेरे नाम दा, जिस मुख दे विच
हो जाओ गे जल कर राख सुनो बारदु के हम डेर है हम श्री राम जी के दीवाने है हिंदुस्तान
प्रेम की अगन हो,भक्ति सघन हो, मन में लगन हो तो,प्रभु मिल जाएंगे ॥ हृदय में भाव हो,अनुनय की छांव