
प्रभु मिल जाएंगे
प्रेम की अगन हो,भक्ति सघन हो, मन में लगन हो तो,प्रभु मिल जाएंगे ॥ हृदय में भाव हो,अनुनय की छांव

प्रेम की अगन हो,भक्ति सघन हो, मन में लगन हो तो,प्रभु मिल जाएंगे ॥ हृदय में भाव हो,अनुनय की छांव

किरपा मिलेगी श्री राम जी की भक्ति करो, दया मिलेगी हनुमान जी की राम जपो राम जपो, दुष्ट दलन हनुमान

राम मिलन दिया त्यारिया, सोह सोह इंतजरिया, खट्टे मीठे बेरा दिया परलो पिटारिया, राम मिलण दे खातिर भीलनी सोह सोह

हर घर में और गली शहर में हम को भगवा लेहराना है मेरे राम प्रभु का मंदिर भव्य बनायेगे, भारत

मंदिर तुम्हारा राम जी तुम ही बना रहे हो शोभा तुम अपने धाम की प्रभु खुद बड़ा रहे हो ,

सीता राम सीता राम सीता राम कहिए राधे श्याम राधे श्याम कहिये, भगती रस की गंगा में धीरे धीरे बहिये,

तू दयाल, दीन हौं, तू दानी, हौं भिखारी । हौं प्रसिद्ध पातकी, तू पाप पुंज हारी ॥ नाथ तू अनाथ

आश्रय भगती का युग युग से राम तुम्हारा घट घट में रमने वाले अब लौटे प्रभु निज धाम दुखियां के

सुख के सब साथी, दुःख में ना कोई। मेरे राम, मेरे राम, तेरा नाम एक सांचा दूजा ना कोई॥ जीवन

राम जी हमारे बापू सिया जी मेरी मैया है, नृप दसरथ है दादा जी हमारे दादी कौशलया महारानी सिया जी