
जगमग जगमग जोत जगही है
जगमग जगमग जोत जगही है, राम आरती होन लगी है, भक्ति का दीपक प्रेम की बाती, आरती संत करें दिन

जगमग जगमग जोत जगही है, राम आरती होन लगी है, भक्ति का दीपक प्रेम की बाती, आरती संत करें दिन

राम नाम के कारण सब धन दीन्हा खोय, मूर्ख जाणो घट गयो दिन दिन दूनो होय। राम नाम का सुमिरन

तुम मुझे यु जला ना पाओगे, जली लंका मेरी जला मैं भी, एक दिन तुम भी जलाये जाओगे, तुम मुझे

चल हो जा फकीर छोड़ दे दुनिया वाली मोज नू दुनिया वाली मोजनू मोह माया दे लोभ नू चल हो

चंदा छुप जा रे बादल में म्हारो राम गयो वनवास राम गयो वनवास, म्हारो लखन गयो वनवास, चंदा छुप जा

म्हारो रामजी का चरणा मे मन लाग्यो मन लाग्यो , म्हारो तन लाग्यो म्हारो रामजी का चरणा

भजन बिना हरी से मिलन न होये, भयो दिन चल मंदिर कहे सोये, ओ पगले पापो की गठरियाँ काहे मन

दीपमाला से सजी है अयोध्या के सियाराम आये हैं, सारी नगरी में मच गया हला के सिया राम आये है,

गली गली गूँजती जो राम धुन है राम भक्तो की ये ही धड़कन है दुख में आता सुख जाता नाम

जगमग जगमग जोत जगी है राम आरती होने लगी है, भक्ति का दीपक प्रेम की बाती, आरती संत करे दिन