
राम बोलो राम
राम बोलो राम बोलो राम बोलो राम, बन जायेगे बिगड़े बन जायेगे बिगड़े सब के सारे काम, राम बोलो राम

राम बोलो राम बोलो राम बोलो राम, बन जायेगे बिगड़े बन जायेगे बिगड़े सब के सारे काम, राम बोलो राम

रघुवर के दर्शन करने लाहौर में जाये क्या, राम का मंदिर रावलपिंडी में बनवाये क्या, शर्म करो एह हिन्दू वीरो

प्रभु मेरी नैया पार उतारो मैं डूबट हु मज्धारो, प्रभु मेरी नैया पार भव सागर जल दुष्टर भारी सुजत ना

अवध में दर्शन पाना है राम मंदिर बन बाना है, मुकट बनाना है लाल मोती जडवाना है, अवध में नाच

राम जय जय राम श्री राम जय जय राम, मैं तो राम ही राम पुकारू, श्री राम नही मोरी सुध

जिनके हिरदये सिया राम वसे तिन और का नाम लिया न लिया रे जिनके हिरदये सिया राम वसे जिनके घर

गुण दोष से दृष्टि हटाकर जग राम सियामय देखो मन में विश्वास जगाकर जग राम सियामय देखो है अनेक में

पग में घुंगरू बाँध देखो रे देखो नाचे रे हनुमान लेते रे राम का नाम देखो रे देखो नाचे रे

आजा आजा केवट भईया हमें जाना गंगा पार है मातपिता ने वन को भेजा वचन निभाना आज है केवट हाथ

सीताराम सीताराम सीताराम गाये जा, राम जी के चरणों में मन को लगाये जा, छोड़ सभी रिश्ते बस मान यही