ओ मईया तैने का ठानी मन में
ओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -२ हाय री तैने का ठानी मन
ओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -२ हाय री तैने का ठानी मन
जपले राम नाम राम जी तेरे आयेगे काम सब सुख के है साथी दुनिया दुःख में न है आती बस
जब जानकी नाथ सहाय करे, तब कौन बिगाड़ करे नर तेरो सूरज, मंगल, सोम, भृगुसुत बुध और गुरु वरदायक तेरो
राम की अलख जगाने वाले खोया मान दिलाने वाले, अजर अमर है नाम तुम्हारा राम पे जान लुटाने वाले, व्यर्थ
मानुष चोला नही मिलना बारंबार बंदियां, जप ले राम नाम जिन्दगी सुधार बन्दियां, मानुष चोला नही मिलना बारमबार बन्दियां, बोलो
प्रभु देर न करना जय सिया राम हम दीं दुखी के एक तुम्ही अंधेर न करना जय सिया राम, प्रभु
माया तुम्हारी राम राम जीव भी तुम्हारा माया जीव दोनों को ही राम का सहारा माया तुम्हारी राम राम जीव
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ रे, दो सब को ये पैगाम घर घर जाओ री, माता कौशल्या को सब
श्री रामचंद्र भगवान की है आरती, भक्तों को भव सिंधु से है तारती, यह पुरुष श्रेष्ठ यह शक्ति श्रेष्ठ पुरुषोत्तम
सीता राम के प्यारे पवन कुमार हनुमत वीरा बजरंगी अपने भगतो का लगा दो बेडा पार हनुमत वीरा बजरंगी, रोम