तेरे सिर पे बिंदिया चमके
तेरे सिर पे बिंदिया चमके तेरा पिंडी रूप माँ दमके, गागरा गुमर दार है चुनरियाँ ओढ़के बैठी मैया हो रही
तेरे सिर पे बिंदिया चमके तेरा पिंडी रूप माँ दमके, गागरा गुमर दार है चुनरियाँ ओढ़के बैठी मैया हो रही
मेरी इज्जत क्या जाये मेरी जात भिखारी की, इज्जत सारी दुनिया में माँ तेरी दातारि की, अगर मांगने गया कही
दादी को उत्सव आयो भगता दरबार लगायो, तेरो मंगल गान है गायो तेरी जय जय कार लगायो, थाने तो आनो
आई आई रे…आई आई रे… आई आई दादी वालों की दिवाली, चालो झुंझुनू बुलाये झुंझनवाली | भादवे को मेलो यो
बड़े प्यारे लगते है मेरी मैया शाकम्भरी तेरा सकराये और तुम, बड़े प्यारे लगते है मेरी मैया तेरे दर्शन मेरा
आज थारे भगता ने मैया नानातो भर भर के झोली हाथा से बांटो, सारो जग भोले तने दादी तू ही
मेरे घर में रोज दिवाली है, क्यों की मेरी कुल की देवी ये मैया ढांढनवाली है, मेरे घर में रोज
मेरे संग मेरी दादी खड़ी,ध्यान रखती मेरा हर घडी, सारी दौलत के आगे माँ की ममता है सब से बड़ी,
झुंझनवाली की जय,श्री नारायणी की जय बोलो बोलो जी मोटी सेठानी की जय झुंझनवाली की जय,श्री नारायणी की जय बोलो
चरणों से हम को लगा लो, हम गिर रहे है संभालो, हम तुम्हारे है तुम हमारी हो, बुरे कर्मो से