
बड़ी प्यारी प्यारी लागे बड़ी सोहनी सोहनी लागे
बड़ी प्यारी प्यारी लागे बड़ी सोहनी सोहनी लागे, माहने छोटी सी नारायणी सरे जग से न्यारी लागे, बड़ी प्यारी प्यारी

बड़ी प्यारी प्यारी लागे बड़ी सोहनी सोहनी लागे, माहने छोटी सी नारायणी सरे जग से न्यारी लागे, बड़ी प्यारी प्यारी

तकदीर वाले हैं जो माँ की करे भक्ति, भगवान मिल जाये मियाँ नही मिलती, ब्रह्मा ने लिख डाला,विष्णु ने लिख

दादी की किरपा उस पर थोड़ी सी ख़ास है, जिसका मेरी दादी पर अटल विश्वाश है, दादी की किरपा उस

बिरमित्रा पूरी है उत्क्ल का गांव गांव में ये दादी रहती है अटल सिंगासन बैठी मियां शोभा न्यारी है, चटक

म्हारी दादी जगत सेठाणी महरो मौज करे परिवार महरी दादी जी, मांगले वा दादी से जब भी पड़े कोई दरकार,

शक्तिधाम में केडसती माँ का सच्चा दरबार है दादी का परिवार है ये केडिया परिवार है दादी हमारी न्यारी है

महिमा दरबार की क्या बखानू दादी, तेरे चरणों पे जाऊ बलिहारी दादी, महिमा दरबार की क्या बखानू दादी, लाखो आये

एक बार म्हारे कानी हस के तू देख मावड़ी, कद सु थाने निरख रही है थारी टाबरी, मैया थारो रूप

दिखलाये ये जोर बदरिया कितना बरसती है, मेरे सर पे झुंझनवाली चुनरिया डाल के रखती है | चुनड़ी की छाँव

देना हो तो झुंझनवाली दे इतना वरदान, अंत समय मेरी जुबां से निकले तेरा नाम, नमो नारायणी… नमो नारायणी… खो