साई तेरी शिरडी मुझे रोज भुलाती है
साई तेरी शिरडी मुझे रोज भुलाती है, मुझे रोज भुलाती है तेरा दर्श कराती है, जब शिरडी आता हु इस
साई तेरी शिरडी मुझे रोज भुलाती है, मुझे रोज भुलाती है तेरा दर्श कराती है, जब शिरडी आता हु इस
हमारे नाम की चिठ्ठी तुझे पहुंची नहीं है क्या, किसी ने भी खबर तुझको हमारी दी नहीं है क्या, यही
कल कल करते सारा ही ये जीवन निकल चला, अब तो तू एह मूरख बंदे करले काम भला, जपले साई
जय साई राम जय हो जय साई राम, रोम रोम में साई तेरो नाम, तेरी भक्ति के सिवा सूजे न
मैं जुगनी मैं जुगनी मैं जुगनी, जुगनी जुगनी जुगनी रे, साईं नाम की जुगनी, मेरे बाबा की जुगनी, मैं तो
साई तेरा गांव रे सबको भुलाये रे, चलो शिरडी धाम साई थामे गये हाथ, लेके हाथो में हाथ रे, साई
तेरा मेरा साई जन्मो का नाता, भूल न जाना मुझे, आये शरण में तेरे ओ बाबा न ठुकराना मुझे, ॐ
जय बोलो जय बोलो साई नाथ की मेरे बाबा की आई है पालकी, साई चरणों में लो हमे दर्शन दो
साई मुझको तू अपना बना ले नसीब मेरे जग जायेगे, अपने चरणों में मुझको भुला ले, नसीब मेरे जग जायेगे…….
मेरा मुझमे कुछ रहा अब सब है तेरा नाथ, सौंप दी मैंने जीवन डोरी साई तेरे हाथ, जैसे भी नचालो