जुड़ जाने दो सतगुरु साईं
जुड़ जाने दो सतगुरु साईं मन से मन के तार, अपनी किरपा के पारस से तुम छु लो बस एक
जुड़ जाने दो सतगुरु साईं मन से मन के तार, अपनी किरपा के पारस से तुम छु लो बस एक
मोरे साई मिले सब के दिल में, सभी मिले साई में, साई मिले कौन से रूप में कोई जाने न,
तू मेहरा करतिया नि मेरे मेहरा वाले सैयां, सारा जग छड़ेया मैं इक आसा तेरे ते लाइयाँ, तू मेहरा करतिया
साईं नाथा साईं नाथा तुझसे मेरा सचा नाता, तू है सहारा तू है हमारा तू है ओ साईं इस जग
साई जोगियां जोगियां साई जोगियां, साई जोगियां वे साई जोगियां, तेरी भक्ति का मैंने जोग ले लिया, साई जोगियां वे
साई तेरी रेहमत से हम गमो को क्या जाने, तेरा नाम लेते है हम है तेरे दीवाने, साई तेरी रेहमत
साईं नाम की लूट है प्राणी, लूट सके तो लूट पाछे फिर पछतायेगा जप प्राण जाएंगे छूट जीवन पर काहे
हे शिरडी वाले मेरे साई नाथ सबका मालिक है जग में तू, नैनो में शरधा मन में है सबुरी जीवन
साई तेरा नाम तेरा नाम भजु, इतनी शक्ति देना जो तू राह बताये चलू, साई तेरा नाम तेरा नाम भजु,
साई तेरी चौकठ पे बन जाये बिगडे काम, तेरी दया से सुबह होती तेरी दया से शाम शिरडी के कोने