शिरडी में रेहमतो की बरसात हो रही है
शिरडी में रेहमतो की बरसात हो रही है , रेहमत स्वालियो पर दिन रात हो रही है, खाली कोई सवाली
शिरडी में रेहमतो की बरसात हो रही है , रेहमत स्वालियो पर दिन रात हो रही है, खाली कोई सवाली
साई रस की घुट मनवा पी ले रे, तेरी जिंदगी युही तर जायेगी, मल्सापति की तर गई कात्या की भी
मेरा हाथ पकड़ ले साई और शिरडी ले कर चल, इस मन को वश में करलो ये मन है बड़ा
चल चल साई धाम रट रट रट साई नाम, तेरे बने गे सारे बिगड़े काम, चल चल साई धाम रट
आज अपनी संगत में बाबा का होना लाजमी है, ये दीवानो की महफ़िल है दीदार का होना लाजमी है, आज
साईं बाबा साईं बाबा तेरी शिर्डी भगतो के खातिर है काशी काबा तेरे चरण की सेवा से प्रभु, पाए परम
मैं दीवाना साई तेरा, रखना सदा तू ध्यान मेरा, मैं दीवाना साई तेरा, आस बंधी है आस ना टूटे, मुझसे
शिरडी वाले दर जो बछर आ गया, मांग न क्या है बिन मांगे वो पा गया, शिरडी वाले दर जो
साई से मांगो साई रे साई से मांगो साई रे, वो ही तो है जिसने सब की सब गुथियाँ सुलझाई
क्या कहां मेरे साइयाँ तेरा, तेरी वेपरवाहिया तेरा क्या कहना मेरे साइयाँ, तू है अजब फकीर बश्दी बंदो को बादशाहियाँ,