
मेरा मन साई साई बोले
मेरा मन साई साई बोले, देख के मुखड़ा साई का सूंदर सब का मनवा ढोले, मेरा मन साई साई बोले

मेरा मन साई साई बोले, देख के मुखड़ा साई का सूंदर सब का मनवा ढोले, मेरा मन साई साई बोले

कोई कहे संत तुझको कोई फ़कीर रे, मुझे मेरा साई लागे सबसे अमीर रे, साई तेरे चरणों में जो भी

कब आ जाये साई दरवाजा खुला रखना, इस दिल की चौकठ पर साई नजरो कर्म रखना, कब आ जाये साई

जोगियां जोगियां चरणों से अपने लगा ले मेरे साईं शिरडी वाले, जोगियां तेरे द्वार आ गया मेरे साईं साईं मेरी

मेरे साईं तेरी शिर्डी बहुत अब याद आती है जो बैठू ध्यान में तेरे मेरी बिगड़ी बनाती है मेरे साईं

नाचेगे साईं दरबार सब को नचायेगे, बाबा के गुण गायेगे दिल का हाल सुनायेगे, पायेगे साईं का दुलार खुशियाँ मनायेगे,

जग का रिश्ता कच्चा धागा साई का रिश्ता पकी डोर, जग की और तू क्या देखत है देखता जा तू

बोलो सदा जय कार शिरडी साई बाबा की, साई बाबा की शिरडी बाबा की, बोलो सदा जय कार शिरडी साई

दर तेरे आया साईं राम जग ने सताया साईं राम, शिर्डी में तूने कुछ दिए थे वचन, मुझे क्यों भुलाया

आज मुझे न कोई रोको के साई को मनाना है, मांग के देखो एक बार जिन्हो ने कुछ पाना है,