
तू ही मेरी नैया तू ही मझदार ऐ
तू ही मेरा माझी तू ही पतवार ऐ, तू ही मेरी नैया तू ही मझदार ऐ, तू ही मेरे दर्द

तू ही मेरा माझी तू ही पतवार ऐ, तू ही मेरी नैया तू ही मझदार ऐ, तू ही मेरे दर्द

अरदास यही साईं मुझे सेवा में अपनी लगा ले, कुछ और न मैं चाहू मुझे चरणों की दासी बना ले,

तुहाडे बिना उदास ने चेहरे, आके वंड दो खुशियां खड़े, आज दीद दी लगी भटकन जी देयो दर्शन, देयो दर्शन

तेरी शिरडी के दर्शन पाके ओ बाबा मैं निहाल हो गया, तेरी किरपा जो मिली मुझे बाबा मैं तो माला

साई साई साई साई करि जांदी है, गुड्डी मेरी अम्बरा ते चढ़ी जांदी है, तू जे छड़ी डोर मेरी गुड्डी

मुझको कोयल बना दे साईं तेरे बगियन की, कह तू उड़ दी फिरू मैं साईं तेरी गलियां की, मुझको कोयल

साईं दर न मिला सारी दुनिया मिले भी तो कया है, तेरे चरणों की रज मुझको मिल न स्की, प्यास

देके धगा होगे अपने पराये, दुश्मन सी लागे ये सारी फिजाये, साईं जी तोरे अंगना परदेसी आये, परदेशी आये इक

साईं प्रेम निभाना है तेरा मेरा रिश्ता पुराना है साईं प्रेम निभाना है मालिक ये कैसी दुनिया रचाई, वफा सो

जब जब विपदा आती हम सब पर साईं की पुकार करे, साईं ही भरोसा साईं मेरी आशा साईं दुःख दूर