
सबका मालिक एक है
सबका मालिक एक है साईं हमारा जैसे सागर सूरज चंदरमा, सागर जैसा विशाल साईं जिसका अंत कभी न होई, साईं

सबका मालिक एक है साईं हमारा जैसे सागर सूरज चंदरमा, सागर जैसा विशाल साईं जिसका अंत कभी न होई, साईं

देखो देखो वो देखो उधर से साई बाबा चले आ रहे है, अपने भगतो की फरयाद सुन के साईं बाबा

साई के दरबार में जब गया मैं पहली वार था, मेरे लिए वो दिन तो जैसे सबसे बड़ा त्यौहार था,

मांगने वाले मांग साईं दर से, साईं भंडार में क्या नही है, मांगने वाले मांग साईं दर से, साईं है

शिरडी की गालिया देखो जन्नत का नजारा है, साई का कर्म हो तो कट ती है मुश्किलें भी, जिस ने

तेरे दरबार से मैं तेरे सिवा मांगू भी क्या तुझसे वेहतर तेरे दरबार में और भला रखा भी है क्या,

लाज रखो मोरी लाज रखो मैं मंगता तोहरा कहलता, तुझसे कर्म की आस बनी है, दुखियो की फरयाद सुनी है,

जिसने लिखी अपने हाथो से दुनिया की तकदीर शिर्डी में वो आया देखो बनके एक फ़कीर शिर्डी साईं द्वारका माई

कोई शिरडी वाले का दीवाना बन के देख ले, कोई मेरे साई का दीवाना बन के देख ले, दीवाना बन

साई साई कहते जाओ तो को बात बने ॥ उनकी रेहमत ही नजारा भी तुम्हे करना है, सुरमा वफ़ा का