
सदा तेरे संग रहना चाहु मैं
साई तुझे दिल की सुनाऊ मैं सदा तेरा दास कहाऊ मैं, सदा तेरे संग रहना चाहु मैं, तेरे बिन चैन

साई तुझे दिल की सुनाऊ मैं सदा तेरा दास कहाऊ मैं, सदा तेरे संग रहना चाहु मैं, तेरे बिन चैन

दिल ये कह रहा है एक बार देख लू, शिरडी वाले साई का दरबार देख लू, दिल ये कह रहा

अगर हो साई की रेहमत मुसीबत थम जाती है, साई बाबा की किरपा से किस्मत बन जाती है, बाबा साई

ओड ले नी तेरे नाम की चुनरियाँ लाली लाली लाल॥ साई के रंग में मैं रंग जाऊ, साई के मन

मेरी जुबा में इतना असर दे होठो पे तेरा नाम रहे, हम रहे और या न रहे साईं तेरा दरबार

एक झोली में फूल भरे है एक झोली में कांटे, कोई कारण होगा तेरे बस में कुछ भी नही ये

झूम रहा खुशियों से मन मेरे साई आने वाले है, छोड़ के अब शिरडी का आंगन मेरे साई आने वाले

चंगा लगदा है मैनु एहे नजारा बाबा दे दर झुमन दे, मेरे दिल में वसा है शिरडी वाला बाबा दे

जिंदगी दी है तो जीने का हुनर भी देना पाओं बक्शे है तो तौफिक-ए-सफर भी देना गुफ्तगू तूने सिखाई के

हमने सच्चा सौदा किया है साईबाबा के साथ, अपने सरको पे चाहे साई बाबा के हाथ, हमने सच्चा सौदा किया