साई पिया बुलाये चलो शिरडी चले
साई पिया बुलाये चलो शिरडी चले, जोति दिल में जगाये दिल में चले, साई पिया, राह में कोरहा गना हो
साई पिया बुलाये चलो शिरडी चले, जोति दिल में जगाये दिल में चले, साई पिया, राह में कोरहा गना हो
कहा ढूंढ रहा मूरख उसको ये साई वसा हर मन में, हर मन में वसा कण कण में वो तो
मांगी जो मुराद सदा दर से तेरे पाई है, फिर इक बार मैंने झोली फैलाई है, जब भी पुकारो सब
जद वि मुश्किल सिर उते पई, साई साई जप्या ते गल बन गई, बाबा साई जप्या ते गल बन गई
दीपावली मनानी सुहानी मेरे साईं के हाथो में जादू का पानी, शरधा का दीपक भगती की ज्योति, सत्य प्रेम की
मेरी जिंदगी में देखो क्या कमाल हो गया मेरी जिंगदी का साई हम राज हो गया मेरा देवा मेरा साई
ला दे दतेया वे अपने नाम वाली मेहँदी, नाम वाली मेहँदी जेहड़ी कदे भी न लेहँदी, ला दे साइयाँ अपने
भाजे रे शंख भाज भाजे रे ढोल ताशे, बरसे वरखा गुलाल की, निकलि रे निकलि रे निकलि रे निकलि रे,
झूम झूम के गाना नच नच तुझे मनाना , मैं दीवाना परवाना साई मस्ताना, मैं साई दीवाना मैं साई दीवाना,
ये दाना साई तेरा के चुग गया शिरडी में, मेरे दिल का कबूतर साई ये उड़ गया शिरडी में, ये