सब का मालिक एक बंदे
सब का मालिक एक बंदे, सबका मालिक इक है, साई का सन्देश बंदे सब का मालिक एक है, सबका मालिक
सब का मालिक एक बंदे, सबका मालिक इक है, साई का सन्देश बंदे सब का मालिक एक है, सबका मालिक
पलना मैं झूलो सांई बाबा पलना मैं झूलो पलना मैं झूलो ना, दो पलकों का धार बछोना आके हां नित
साईं बाबा साईं साईं बाबा साईं, चरणों में अपने रहने दे मुझको येही तमना मेरी है, साईं बाबा साईं साईं
नहीं धन दोलत की चाहत है, है कर्म तेरा ये राहत है, तूने जितना दिया है खुश है हम चाहिए
मेरा जोगिया बोले एक तारा, तुम्बा तुनक तुनक बोले, सब्दा मालिक एक है साईं सचा साईं बोले, किसे नु माडा
जय साईं राम जय साईं नाथ जय साईं राम जय साईं नाथ तू ही अमीर दिल का एह मेरे फ़कीर
साई राम साई राम साई राम जी, साई राम साई राम दाता है तू गरीबो का, तू ही मालिक है
चाड साई वाला रंग होजा मस्त मलंग, तेरे दिल वाली पूरी हर होवेगी उमंग, हर दिल दी हॉवे गी मंजूर
पलके ही पलके बिछायेगे जिस दिन साई बाबा घर आएंगे , हम तो है साई के जन्मो से दीवाने रे,
मेरे साईं नु समज ये आइयाँ रमज़ा इश्क दिया, हर किसे नु न समज आइयाँ रमज़ा इश्क दिया, इश्क इश्क