कभी दुःख है कभी सुख है
कभी दुःख है कभी सुख है वक़्त का ये तराना है, शक्ति देना हमे बाबा गमो में मुश्कुराना है, सफर
कभी दुःख है कभी सुख है वक़्त का ये तराना है, शक्ति देना हमे बाबा गमो में मुश्कुराना है, सफर
जो मैं होता नीम का पेड़, तुझको छाया करता मैं, तू जो सो जाता तो साईं तुझको तकता रहता मैं,
साई तेरी याद महा सुखदाई, इक तू ही रखवाला जग में, तू ही सदा सहाई, साई तेरी याद महा सुखदाई,
मेरे साईं वे आई फेरा पाई वे राहा ओखियाँ च तुरना सखाई वे एह नी जिन्दगी ब्ताओनी संग संग मैं
तोसे यु मंदिर न छूटे मोसे ये घर बार, हम दोनों को वो मिल जाये जिसको जो दरकार, अगर तू
साई शरण में आओगे तो समजो गे ये बात, रात के पिशे दिन आवे है दिन के पिशे रात, कौन
रब माँगेगा जवाब नेकियाँ कमाइये, देना पड़े गा हिसाब नेकियाँ कमाइये, यु ना चलो अकड़ के झुक जायेगी कमर ।॥
साईं ओम x3 ,,,साईं ओम ,,,,साईं ओम…. आरती लेकर तिलक लगाओ, मेरे साईं को माला पहनाओ दूर से देखा तो
है बड़ी सरल शिरडी की डगर चल पड़ो तो शिरडी दूर नहीं, दुरी तब तक ही दुरी है जब तक
हर काज मेरा साई तुम ने ही सवारा है, हर दम तू संग रहे तुम्हे जब भी पुकारा है, इस