मुझ ना चीज पर ये कर्म कर दियाँ
मुझ ना चीज पर ये कर्म कर दियाँ, मेरे साई तेरा शुकरियाँ शुकरियाँ जब से तेरा दीवाना हुआ बाबा मैं,
मुझ ना चीज पर ये कर्म कर दियाँ, मेरे साई तेरा शुकरियाँ शुकरियाँ जब से तेरा दीवाना हुआ बाबा मैं,
जो देखे सपने हो गये पुरे , लो शिरडी वाला घर में हमारे आया जी, ख़ुशी का आज नहीं है
साई दिया मेहरा ने, मंगन तो पहला मिलदा किस गल दियां देरा ने, साई दिया मेहरा ने, साई मेरे विच
साई शक्ति साई भगति साई मेरी आस है, साई दीपक साई ज्योति है साई ही प्रकाश है साई शक्ति साई
मांगी जो मुराद सदा दर से तेरे पाई है, फिर इक वार मैंने झोली फैलाई है, जब भी पुकारो तू
शिर्डी में जाके चरणों में सिर को जुका के देख ले, सब कुछ मिलेगा साई से अर्जी लगा के देखिये,
जीवन कर दियां है साई तेरे हवाले दुखो का ये अँधेरा , यादे सुखो के उजाले, जीवन कर दियां है
मुझे जाना साई के देश रे, कर जोगन वाला वेश रे, मुझे जाना साई के देश रे प्रेम में अखियाँ
साईं मस्त मलंगा मेरा साईं मस्त मलंगा , मन साईं रंग रंगा साईं मस्त मलंगा , साईं मस्त मलंगा मेरा
तेरी दुआ ने सभकी बिगड़ी बनाई, शिरडी के साई बाबा शिरडी के साई, उधि ने तेरी रोती दुनिया हसाई, शिरडी