साईं दया करना मेरे साईं किरपा करना
साईं दया करना मेरे साईं किरपा करना, श्रदा और सबुरी साईं, सबका मालिक एक ही साईं, साईं दया करना मेरे
साईं दया करना मेरे साईं किरपा करना, श्रदा और सबुरी साईं, सबका मालिक एक ही साईं, साईं दया करना मेरे
सारे जग को देख के जाना तुम बिन मेरा कोई नही, ठोकर खा कर हमने ये माना साईं बिन मेरा
मन फेरे साई दे मनके, मैं साई दा जोगी बनके, चला साई दे कॉल वे, शिरडी आन तो पहला ढोलियाँ
नाम बड़ा सुख दाई साई जी का नाम बड़ा, नाम बड़ा साई नाम बड़ा , साई नाम की महिमा भारी,
साईं शरण में आओगे तो समझोगे यह बात, रात के पीछे दिन आवे है, दिन के पीछे रात । कौन
साई तेरी नजर से कही मैं उतर न जाऊ, कोई भूल न हो ऐसी तुजसे बिशड न जाऊ, साई तेरी
जो चरणों में साई के इक वार आया, उसे साई बाबा ने अपना बनाया, हो हिन्दू मुस्लिमन या सिख ईसाई,
सतगुरु तेरे चरणों में दो फूल चढ़ाने आया हु, बाबा तेरे चरणों में दो फूल चढ़ाने आया हु, फूल नहीं
शिर्डी से जब हॉवे विदाई दिल करे बस इक ये ही दुहाई, कदमो को मेरे बड़ने से तुम रोक लो
साई श्रद्धा से हमने तेरे यश को गाना है, मालिक है इक सब का हम सब ने माना है ,,