
मेरे घर में वसे साई राम
ना जाऊ मैं काबा काशी, ना ढुलूग बनु सन्यासी अंतर् मन सुख दान मन में चारो धाम मेरे मन में

ना जाऊ मैं काबा काशी, ना ढुलूग बनु सन्यासी अंतर् मन सुख दान मन में चारो धाम मेरे मन में

शिरडी के बाबा की है शान निराली, लाखो सितारों में इक चंदा वाली, खाली जाए न कोई सवाली साई जी

रब्बा करी मैनु माफ़, आपे करी इन्साफ मंगा दूसरे दी खेर, दिलो कड़ी सारे वेर चँगे अमल कमा ले, लो

साईं नाथ साईं नाथ साईं नाथ साईं नाथ साईं नाथ साईं नाथ मेरे झर झर आंसु बहते, तुझसे साईं यह

जो कुछ तेरा दिया है सब ही तेरा किया है सदा बरसे हम पे करुणाई मेरे बाबा साई, इतने किये

गुड़ नालो मीठा मेरे साईं तेरा नाम, जपदा रवा मैं दिन राती सुबह शाम, गुड़ नाल मीठा दिल वाली पालकी

आजा लौट के साई याद तेरी आई कहा गये साई, मनवा बोले साई साई आजा मोरे साई, सुना लागे अब

देखले बनके तू साईं का मौज उडाएगा, तेरे नजदीक संकट न आएगा देखले बनके तू साईं का मौज उडाएगा, रोते

शिरडी वाले साई वंदना सुन हमारी, दर तेरे आये बाबा तेरे पुजारी, शिरडी वाले साई वंदना सुन हमारी, तेरा शुकरियाँ

सतगुरु मेरे सतगुरु मेरी जान है, मेरी शोहरत मेरे साईं जी तुम से ही मेरी पहचान है, मेरे सतगुरु का