
दिल खोल के नाचेंगे
सुन सच्दानन्द साईं आज दिल खोल के नाचे गे, तेरे प्यारे जय साईं जय साईं बोल के नाचे गे, सुन

सुन सच्दानन्द साईं आज दिल खोल के नाचे गे, तेरे प्यारे जय साईं जय साईं बोल के नाचे गे, सुन

जुड़ जाने दो सतगुरु साई मन से मन के तार, अपनी किरपा के पारस से तुम, छू लो बस इक

ये नाम बड़ा है मस्त मस्त ये नाम बड़ा है मस्त, ये जीवन सिमरन में तू ला ले तेरा निकला

बेचैन है दिल कुछ भी सुजाइ नहीं देता, साई के सिवा कोई दिखाई नहीं देता, दुःख सुख का गेहवान तुझे

मेरी औकात कुछ नही है मेरी औकात कुछ नही है, साईं ने निभाया मुझको मुझमे बात कुछ नही है, मेरी

कब तक तेरी आस लगाए, ये तो बता जाओ दर्श दिखा जाओ साई दर्श दिखा जाओ, साई मेरे आ जाओ

मेरे घर के आगे साईनाथ तेरा मन्दिर बन जाए जब खिड़की खोलूँ तो तेरा दर्शन हो जाए जब आरती हो

हर फ़ोन पे भजति है साई की कॉलर ट्यून, सारी दुनिया में है साई बाबा की धूम धूम, हर फ़ोन

शब्द की चोट लगी मेरे मन को भेद गया ये तन सारा हो मोह्पे साईं रंग डाला कं कं में

शिरडी के सरकार जग मग जग मग करता है हर पल तेरा दरबार, हर रास्ता तेरे रस्ते से मिल जाये,