
पापों का घड़ा भर जाए तो
आए जो देने पे तो लाख करोड़ देता है पापों का घड़ा भर जाए तो साईं फोड़ देता है साईं

आए जो देने पे तो लाख करोड़ देता है पापों का घड़ा भर जाए तो साईं फोड़ देता है साईं

शिर्डी जाने वाली हवा इक पल रुक न जरा हाल मेरा मेरे साईं से केहना होगा ये एहसान तेरा शिर्डी

आँख भर आई बाबा मेरे साई, चरणों में मैंने तेरे अर्जी लगाई, तू है सहरा सब का मेरे शिरडी वाले,

किसी लाचार मजबूर को देख लो, किसी लाचार मज़बूरी को देख लो, मेरे शिर्डी साईं मिल जायेगे, किसी रोते के

दीं दयालु बाबा मेरे आओ न आओ न, आ कर मेरे संकट को मिटाओ न, तुम आओ न तुम आओ

साईं मेरा करदो बेडा पार, झोली मेरी भर दो अब की बार, आया मैं हार के झोली पसार के, खाली

बिगड़ी तकदीर बना दो तो मुझे चैन आये ॥ चैन की नींद सुला दो तो मुझे चैन आये, इतना मुफ़लिस

ये साईं रंग साईं का रंग, मुझे आज चढ़े साईं की उमंग, दिल झुमें गाये संग संग, मुझे चढ़ गया

जो दिल पे गुजर ती है वो साई को खबर है, साई तेरी किरपा का हुआ ऐसा असर है, आँखों

त्रेता में माँ कोश्यला द्वापर में यशोदा माता कलयुग में माँ इश्वर्म माँ सत्य साईं की माता जन्म जन्म का