मैं साईं का जोगी नाचू गली गली
मैं साईं का जोगी नाचू गली गली बेपरवाह मांगू सब की भली मैं साईं का जोगी नाचू गली गली चोला
मैं साईं का जोगी नाचू गली गली बेपरवाह मांगू सब की भली मैं साईं का जोगी नाचू गली गली चोला
झूठी माया काया पर क्यों इतना करे गुमान, माटी तेरा मूल है बन्दे कर्म तेरी पहचान, उची पगड़ी बांध के
आजा साईं शरण में तू आजा, दुःख सारे कट जाएंगे। साईं को मन में बसा ले तू, मन में ज्योत
तेरे दर पे आये है साई जी साई जी, बोल संग में लाये है साई जी साई जी. कुछ सुनाने
तेरा नाम तेरा नाम आये मेरे काम साई राम साई राम बोलो बोलो साई राम, आज की रात तेरे नाम
हाथ फैलाये मांग रहा है तेरे दर पे जोगी, तेरे दर पे आया जोगी तेरे दर पे आया जोगी ना
इस तरहा इनायत की तुमने साँई मुझ पर, पारस ही बना डाला मेरे साँई, पारस ही बना डाला मैं तो
मन मंदिर है द्वारका माई, जिसमे रहते है बाबा साई, साई साई तू बोल मन मंदिर तू खोल, तुझे मिल
पहले मन को साफ़ करो, फिर साई का ध्यान धरो, फिर वो तेरी सुनेगा लाखो में तुझको चुनेगा, पहले मन
आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा ढल जायेगा ढल जायेगा ढल जायेगा