ध्यान रखा मेरा दिन रात मेरे साई ने
जब से पकड़ा है मेरा हाथ मेरे साई ने, मेरा छोड़ा न कभी हाथ मेरे साई ने, ध्यान रखा मेरा
जब से पकड़ा है मेरा हाथ मेरे साई ने, मेरा छोड़ा न कभी हाथ मेरे साई ने, ध्यान रखा मेरा
हो तुम से मिल के बदल गई मेरी ज़िंदगानी, शिरडी वाले साई तेरी मेहरबानी, संग तू है तो लगती है
साई मेरे साई तेरा नाम लेते लेते जिंदगी चल रही है, तुझसे मिलने की ख्वाइश मेरे दिल में चल रही
चल शिरडी में चल साई नाथ मिलेगे, शिरडी में रखते ही कदम तेरे सारे कष्ट मिटेंगे, चल शिरडी में चल
तेरा दर है साईं बड़ा दर तेरे दर पे मैं वारी जाऊ, तेरे दर के लिए है मेरा सिर तेरे
ख़ुशी दो जहां की मिलेगी यही से, लिए जाओ भगतो साईं की आशीषे, ये रेहमत न जग में मिलेगी कही
साई तुम हो भोला भंडारी तुम ही शिव त्रिपुरारी, हम सब उतारे तेरी आरती, राम तुम्ही हो श्याम तुम ही
जाने क्यों लोग लगाते है चेहरे पर चेहरा, एह मीठी बोली वालो के मन छल का डेरा, जाने क्यों लोग
करो तुम मुझपे दया साई नाथ, ओ साई जी ओ बाबा जी, रख दो तुम मुझपे रेहमत का हाथ, करो
शिरड़ी न आऊ तो जी गबराता है, ये तेरी किरपा है तू ही भुलाता है, शिर्डी आकर दिल को मेरे