साई झुकता रहे मेरा सिर
साई झुकता रहे मेरा सिर तेरे दर तेरे दर, साईनाथ मेरे साईनाथ मेरे साईनाथ, तुझको आती रहु मैं नजर तेरे
साई झुकता रहे मेरा सिर तेरे दर तेरे दर, साईनाथ मेरे साईनाथ मेरे साईनाथ, तुझको आती रहु मैं नजर तेरे
सब दी आस पुजाई वे साईं, मेहर दा मीह वरसी वे साईं मेहर दा मीह वरसी, कोई ना होवे दुखीअरा,
तेरा दर है साई बड़ा दर तेरे दर के मैं वारी जाऊ, तेरे दर के लिए है मेरा सिर तेरे
साई की धुन मुझे साई की धुन है, बाबा पसंद मुझे बाबा पसंद है, किसी के कान में हीरा किसी
ढूंढो न साई ढूंढो न थोड़े दिन पहले मैं शिडी में आया था, अपना दिल मैं शिर्डी में बुल आया
साई राम साई राम साई राम बोल बोल मेरे मनवा साई राम बोल, मन गबराये मन बहकाये तो साई राम
इक तारा बोले बंजारा बोले, मैं भोलू ये दुनिया बोले ये जग सारा बोले, इक तारा बोले बंजारा बोले गलियों
शिरडी वाले की कैसी माया, बिना तेल के दीप जलाया, पतजड़ के मोसम में देखो प्यार का फूल खिलाया, शिरडी
मेरे मेहरबा मेरे सैयां मिलता नहीं तेरा आशियाँ की, तेरा ही सहारा मेरे साई राम, जग सारा छोड़ के रिश्ते
कौन कहता है साई आते नहीं, आप राधा की तरह भुलाते नहीं, मासा माई से हाथो से खाये रोटी, कभी