द्वारका माई मस्जिद करदी
द्वारका माई मस्जिद करदी मंदिर कर दियां काबा, अजब निराले खेल तिहारे ओ मेरे साईं बाबा, साईं बाबा साईं बाबा
द्वारका माई मस्जिद करदी मंदिर कर दियां काबा, अजब निराले खेल तिहारे ओ मेरे साईं बाबा, साईं बाबा साईं बाबा
जिसके नाथ साई नाथ वो अनाथ कैसे होगा अनाथ कैसे होगा वो अनाथ कैसे होगा, साई चाह लेंगे दिन तो
साईं नाथ को प्रणाम,शिरडी वाले को प्रणाम, जो भी इसके द्वारे आया बनते बिगड़े काम, साईं नाथ को प्रणाम,शिरडी वाले
दुःख दूर तेरे होंगे आजा साई के दर आजा, किरपा की नजर होगी दया की नजर होगी, जो चाहे वही
सातों दिन मेरे साई के क्या बुध गुरु रविवार, जब भी मन से पुकार लो आते है साई सरकार, ओ
तेरे नाम दी कंठी माला, तेरे नाम दा ओड़ दुषाला । बन गयी योगन साईं तेरी, तेरे दर पे डेरा
मुक्तसर है ये मेरी कहानी, साई बाबा की हुई मैं तो दीवानी , उस का सजदा है मेरा जीवन, उसका
साई दा मैनु चढ़ गया रंग, साई दा मैं मस्त मलंग साई दा मैं मस्त मलंग, साई दा मैनु चढ़
इक हाथ में मोती है एक हाथ मेरा खाली है, ये बंदा तेरा सवाली है, साई राम साई राम साई
अब तो आजा प्रभु की शरण में, तेरी दो दिन की है जिंदगानी, मन का पंसी है चंचल प्राणी,गहरी नदियाँ