साईं साईं जपते जपते
साईं साईं जपते जपते मैं खुद साईं हो जाती हु साईं से जो सिखा वो तुम्हे बताती हु साईं साईं
साईं साईं जपते जपते मैं खुद साईं हो जाती हु साईं से जो सिखा वो तुम्हे बताती हु साईं साईं
शिरडी वाला भी तू मथुरा वाला भी तू, सारी दुनिया में साईं तेरा नाम है, ये हकीकत है साईं दिवानो
मैं मजनू दीवाना हु पागल हु तेरा मेरे साईं मेरी तू तडपन मिटा दे, सवर जाएगा साईं जीवन ये मेरा,
सोहने साई दाता रेहमते वलियाँ, मेरी बांह नहीं छड़ना, तेरे दर पे मैं शीश झुका लिया, मेरी बांह नहीं छड़ना,
सोहने साई दाता रेहमते वालेया मेरी बाह नहीं छड़ना, तेरे दर पे मैं शीश झुका लिया,मेरी बाह नहीं छड़ना, हम
मेरे घर से साई तेरा शिरडी है दूर, मेरे घर को ही शिरडी बना दो रे साई, मैं यहाँ भी
तेरियाँ बे परवाइयाँ साईंया, आप ते खावे रुखा सूखा वंडे दूध मलाइयाँ साइयाँ, तेरियाँ बे परवाइयाँ साईंया है तेरे वस्
बाबा की रेहमतो का ये कमाल देखिये, भक्तो को करते है सदा खुश हाल देखिये, दुनिया जिसे ठुकराती है उनका
अमीरी का पर्दा उठा के देखो फकीरो की रहो में आकर के देखो, भुला दोगे दुःख सारे तुम ज़िंदगी के
साई तेरी शिरडी का बड़ा सूंदर नजारा है, तेरा समाधि मंदिर सारी दुनिया से न्यारा है, साई तेरी शिरडी का