थोड़ा ध्यान लगा साईं दौड़े दौड़े आएंगे
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे, थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे, तुझे गले से लगाएंगे। अखियाँ मन
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे, थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे, तुझे गले से लगाएंगे। अखियाँ मन
मैं हो के मस्त मलंग नचदी, मैं रंग साईंया दे रंग नचदी, जो रखदे लाज ने लाइयाँ दी, लोको मैं
हे साईं नाथ तेरे मन्दिर में आये है हम फ़रिआदी | दर्शन दे अपने भक्तो को, साईं तोड़ दे आज
तेरी विनती में होगा दम तो साईं आयेगे, तेरी मैं जब होगी कम तो साईं आयेगे, जब दुखो ने गेरा
जो मैं होता नीम का पेड़, तुझको छाया करता मैं, तू जो सो जाता तो साईं तुझको तकता रहता मैं,
खुद से खुद जब मिल जायेगा, बन जायेगे कांटे फूल, साई चमन में सुख ही सुख है, साई लगन को
मुझे साई का सहारा मिल गया, मेरी कश्ती को किनारा मिल गया, मैं किसी की द्वार जाओ किस लिये, शिरडी
बाबा इस दास पे भी ध्यान होना चाहिए, शिरडी में भी मेरा इक मकान होना चाहिए, बाबा इस दास पे
हमने जाना कहा, हम ने जाना शिरडी द्वार रे उसकी महिमा है अप्रमपार रे, जिस पत्थर पे तू था विरजा
ना ही कोठरी ते ना ही कार मंगदा, तेरी नौकरी मैं साई सरकार मंगदा, वसता तनु मेरा बाबा सुते लेख