माँगा है मैंने साई से वरदान एक ही
माँगा है मैंने साई से वरदान एक ही, तेरी किरपा बनी रही जब तक है ज़िंदगी, माँगा है मैंने साई
माँगा है मैंने साई से वरदान एक ही, तेरी किरपा बनी रही जब तक है ज़िंदगी, माँगा है मैंने साई
तेरी मस्जिदे है तेरे है शिवाले, तू ही ईश्वर तू अल्ल्हा तू रब शिरडी वाले, तू मालिक है सबका तू
बैठे सज धज के बाबा और मंद मंद मुसकाएँ, आओ नज़र उतारें बाबा की, भक्तों की नज़र ना लग जाए,
जोगन खड़ी तुम्हरे द्वार साई जी सुनो जोगन खड़ी है तुम्हरे द्वार, मुँह का न फेरो आस न तोड़ो, बेडा
ॐ साईं राम, ॐ साईं श्याम, ॐ साईं भगवान् साई राम साई शाम साई भगवन शिरडी के दाता सबसे महान
हम आये शरण में तेरे,हम को भी अपना लेना, अपने चरणों में साई हम को भी जगह देना, करुनिधि नाम
टूटे न विशवाश हमारा साई तेरे दर से, करते रहना दूर हमारे संकट रेहम नजर से, दुःख संकट से हारे
मैं जदों दा शिरडी जाके मथा टेक लिया, मैं सचे रब नु साईं दे विच देख लिया, मेरी रूह तेरे
॥‘ साईं का दीवाना मन हमारा ‘॥ ॐ साईं राम ’ ’ शिर्डी वाले तू ओ , शिर्डी वाले ,
बंदगी का सिला पल में देता है जो, साई बाबा है वो साई बाबा है वो, हर दिल में वसा