तू साई साई बोल न लागे तेरा मोल
तू साई साई बोल न लागे तेरा मोल, तू मुख से साई साई बोल, ॐ साई श्री साई जय जय
तू साई साई बोल न लागे तेरा मोल, तू मुख से साई साई बोल, ॐ साई श्री साई जय जय
मैं जोगन साई फ़कीर दी आ, मैनु दुनिया दी कोई फिकर नहीं, मैं कमली साई फ़कीर दी आ, एह दुनिया
साई मेरा सकून मेरा दिल तुम ही तो हो मैं जिसको ढूंढ़ता हु मंजिल तुम ही तो हो, आजा तू
साईंया वे साईंया वे साईंया वे साईंया वे साईंया वे साईंया वे, साईंया वे तेरे दर्शना नु दिल एह पुकार
साई कहे अपने भक्तो से तेरी होगी आसा पूरी, दो बातो का ध्यान तू रखना श्रदा और सबुरी, पग पग
इक बात समज न आई ओ बाबा साईं हिन्दू है मुसल्मा है तू सिख है या असाई, कभी ज्ञान गीता
साई चरणों में अपने लगा लेना, मुझ पापी को अपना बना लेना. तेरा शिरडी मेरा मदीना जो भी आये सीखे
साईं देवा करू मैं तेरी सेवा हमेशा तेरा दास बन के, गुण गाऊ मैं शुकर मनाऊ हमेशा तेरा दास बन
साईं चरणों में है दुनिया जहां मेरे साईं मेरे बाबा सब से महान बड़े ही निराली है साईं तेरी मुस्कान
साईं दर है ज्ञान सरोवर सुखो की आन बंदे, साईं दर पे मिल जाते है सारे भगवान बंदे, साईं दर