
जब जब पाप बड़े धरती पर
जब जब पाप बड़े धरती पर तब तब तूने दर्श दिखाया, हर युग में प्रभु रूप बदल कर जग को

जब जब पाप बड़े धरती पर तब तब तूने दर्श दिखाया, हर युग में प्रभु रूप बदल कर जग को

मैं तो दीवानी साई नाम की, जोगन बनी मैं साई नाम की, तेरी सो सैयां में ही मर जावा गई

दाना पानी खींच के ले आंदा कौन किसे दा खांडा, कहनु करदा झड़े चैड़े न वस् तेरे न वस् मेरे

जिसने भी तेरे कदमो पे, सर को झुकाया है मेरे शिरडी वाले बाबा तूने, गले से लगाया है ओ बाबा

दुनिया से बेगाना हु साईं का दीवाना हु प्यार है जिस में साईं का मैं ऐसा पैमाना हु दुनिया से

मेरे अंसियो को देखे यहाँ कौन साई बाबा, बेह्ते है साई ये तो इनहे तुम तो पौंचो बाबा, मेरे अंसियो

साई रंग में रंगीले मस्ताने हम है साई के दीवाने, इस रंग में जो भी रंगा नहीं इस रंग को

मैं जदो दा शिरडी जाके मथा टेक लिया, मैं सच्चे रब नु साई दे विच देख लिया, मेरी रूह तेरे

पुरे विशव पे रखदो साई अपने ये दोनों हाथ, साई नाथ सबको दिज्ये जन्म जन्म का साथ, तेरा एहसान होगा…….

शिरडी वाले साई बाबा मेहरबानी आप की, सब के बिगड़े काम बने है दुनिया दीवानी आप की, शिरडी वाले साई